E-Shram Card Pension Yojana 2024: भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना 2024 की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य वृद्धावस्था में श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत, 18 से 40 वर्ष की आयु के श्रमिक जिनकी मासिक आय 15,000 रुपये से कम है, पंजीकरण कर सकते हैं। पात्रता पूरी करने पर, उन्हें 60 वर्ष की आयु के बाद 3000₹ मासिक पेंशन दी जाएगी। इस लेख में, हम इस योजना की प्रमुख विशेषताओं, पात्रता मानदंडों, आवश्यक दस्तावेजों और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी देंगे।
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना का उद्देश्य
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना श्रमिकों को वृद्धावस्था में एक स्थिर आय स्रोत प्रदान करती है जिससे वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकें।
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना के पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए ये पात्रता मानदंडों को पूरा करना जरूरी है।
- आवेदक का भारतीय मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक का मासिक वेतन 15,000 रुपये से कम होना चाहिए।
- आवेदक असंगठित क्षेत्र में कार्यरत होना चाहिए।
- आवेदक के पास वैध ई-श्रम कार्ड होना अनिवार्य है।
- आवेदक पहले से किसी अन्य सरकारी पेंशन योजना का लाभार्थी नहीं होना चाहिए।
- आवेदक के पास एक सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए।
- आवेदक के पास आधार कार्ड होना चाहिए।
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना के लिए जरूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- ई-श्रम कार्ड
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना में आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको ई-श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- होम पेज पर “Register on maandhan.in” विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आप maandhan.in की वेबसाइट पर जाएंगे। यहाँ “Services” में “New Enrollment” पर क्लिक करें।
- “Self Enrollment” विकल्प का चयन करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें।
- मोबाइल नंबर वेरीफाई होने के बाद फॉर्म को ध्यान से भरें और सभी जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
- फॉर्म पूरा भरने के बाद “Submit” बटन दबाएं।
ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है। इससे श्रमिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्राप्त होती है जिससे वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और एक सम्मानजनक जीवन जी सकते हैं।